क्या होता है काला नमक ? । कैसे बनता है काला नमक? । काला नमक खाने के क्या फाएदे होते है?

काला नमक को हिमालयन ब्लैक सॉल्ट यानी हिमालयन काला नमक भी कहा जाता है जो कि भारत में पाया जाता है।

काला नमक बहुत से देश जैसे कि भारत, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और हिमालय में मौजूद नमक की बड़ी बड़ी खदानों ने से निकाला जाता है।

सबसे पहले काला नमक का इस्तेमाल आयुर्वेद मैं दवाइयां बनाने के इस्तेमाल में किया जाता था क्योंकि काला नमक के अन्दर बहुत से प्रोटीन और विटामिन मिनरल्स ऐसे हैं जो शरीर के लिए काफी फायदे कारक होते हैं।

हम इस टॉपिक पे विस्तार से बात करनेवाले हैं।

यदि आजकल मॉडर्न टाइम की बात की जाए तो काला नमक सबसे ज्यादा खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है, काला नमक भारत का एक बहुत ही पॉपुलर मसाले की लिस्ट में शामिल होने वाला मसाले का एक रूप है।

जो खाने में बहुत अच्छा स्वाद देता है।

यदि काले नमक के उत्पादन की बात की जाए तो यह सल्फर कंपाउंड, आयरन और पोटैशियम की मिलावट से तैयार होता है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको काला नमक से संबंधित हर छोटी बड़ी जानकारी बहुत ही आसान शब्दों में देने का प्रयास करेंगे।

तो चलिए बिना किसी देरी के सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले सवाल का उत्तर देने का प्रयास करते हैं जोकि है काला नमक कैसे बनाया जाता है?

कैसे बनाया जाता है काला नमक?

काला नमक को बनाने के लिए बहुत ज्यादा टेम्परेचर का इस्तेमाल किया जाता है और उसके बाद उसमें हार्ड के बीज या काली हरड़ डाली जाति हैं।

भारत में काला नमक एक बहुत ही फेमस खाने में डलने वाली सामग्री है लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे कि काले नमक को तीन भागों में बांटा गया है।

काला नमक के कितने प्रकार होते हैं?

यदि पूरी दुनिया में काला नमक की बात की जाए तो इसको तीन प्रकार में पाया गया है जो कुछ इस प्रकार है:-

  1. ब्लैक लावा सॉल्ट/ Black Lava Salt
  2. ब्लैक रिचुअल सॉल्ट/ black Ritual Salt
  3. ब्लैक हिमालयन सॉल्ट/ black Himalayan Salt

चलिए ऊपर बताए गए तीनों प्रकार की सोल्ड कोजरा विस्तार से जान लेते हैं।

ब्लैक लावा सॉल्ट/ Black Lava Salt

ब्लैक लावा सॉल्ट को “हवाई रॉक सॉल्ट” भी पुकारा जाता है क्योंकि इसका जन्म हवाई में हुआ था।

ब्लैक लावा सॉल्ट मैं धरती से जुड़ा एक फ्लेवर आता है जिसकों खाने को एक स्मोकी फ्लेवर देने में इस्तेमाल किया जाता है।

ब्लैक लावा सॉल्ट को पूरा खाना बन जाने के बाद ऊपर से स्वाद अनुसार मात्रा में फ्लेवर ऐड करने के लिए छिड़का जाता है।

ब्लैक रिचुअल सॉल्ट/ black Ritual Salt

ब्लैक रिचुअल सॉल्ट एडिबल नहीं होता क्योंकि इसको बनाने के लिए एशिज, चार्कोल, सी सॉल्ट और कुछ आर्टीफिशियल काले रंग का इस्तेमाल किया जाता है।

ब्लैक रिचुअल सॉल्ट को “विचिज सॉल्ट” यानी “Witches Salt” भी पुकारा जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इसको घर के चारों तरफ छिड़क देने से और बेड के नीचे छिड़क देने से घर में मौजूद सभी बुरी शक्तियां और नेगेटिविटी दूर हो जाती है।

ब्लैक हिमालयन सॉल्ट/ black Himalayan Salt

ब्लैक हिमालयन सॉल्ट, सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली सोल्ड का प्रकार है।

इस सॉल्ट के अंदर दवाएं बनाने की प्रोपर्टीज ही नहीं बल्कि खाने को एक बहुत ही अच्छा स्वाद देने की भी प्रॉपर्टी मौजूद होती है।

काला नमक खाने के क्या फायदे होते है?

यूं तो काला नमक खाने के बहुत से फायदे होते है जैसे कि काला नमक पेट की बीमारियां जैसे उल्टी आना, कब्ज बन जाना, एसिडिटी जैसी बीमारियों को बहुत ही आसानी से दूर कर सकता है।

यदि काला नमक को अपनी रोज़ दिनचर्या की डाइट मेंऐड किया जाए तो यह आपके पाचन क्रिया को हेल्दी और शक्तिशाली बनाने में भी मदद कर सकता है।

काला नमक दिल की बीमारियों को दूर करने में भी सहायता करता है और दिल को सवस्थ बनाए रखता है।

सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि काला नमक खाने से बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कम किया जा सकता है।

काला नमक खाने से ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में किया जा सकता है।

डॉक्टरों के अनुसार काला नमक खाने वाले व्यक्ति को, काला नमक नहीं खाने वाले व्यक्ति से ज्यादा अच्छी नींद आती है।

और तो और काला नमक जोड़ों में दर्द या अकड़न की समस्या से राहत दिलाने में भी फायदेमंद हो सकता है।

लेकिन हम आपको बताना चाहेंगे कि, जैसा कि सभी सामग्री के साथ होता है यदि काला नमक को भी ज्यादा मात्रा में लिया जाए तो शरीर के लिए यह नुकसानदायक भी साबित हो सकता है।

जानिए कैसे काला नमक की ज्यादा मात्रा शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकती है? / कला नमक खाने के नुक़सान

डॉ के अनुसार हमें दिन में 6 ग्राम से ज्यादा काला नमक नहीं खाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से ब्लडप्रेशर बढ़ भी सकता है।

हर रोज़ काला नमक बताए गये जादा मात्रा में गरहन करने से किडनी में पथर बन्ने की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है जो आपको पेशाब करते समये काफ़ी तकलीफ़ दे सकता है।

काला नमक ज्यादा मात्रा में लेने से दांत भी खराब हो सकते हैं।

काला नमक में आयोडीन की मात्रा काफी कम होती है, इसलिए इसे ज्यादा खाने से काला नमक आपके शरीर में आयोडीन की कमी का कारण बन सकता है।

इसलिए काला नमक को डॉ के अनुसार ही उनकी बताई गयी मात्रा के अनुसार ही इस्तेमाल में ले।