गाजर का हलवा एक मिठाई यानी की स्वीट (sweet) की कैटेगरी (वर्ग) मैं आने वाली रेसिपी है।
गाजर का हलवा उत्तरी भारत में बहुत ही जाना माना और प्रसिद्ध हलवो में से एक है जो की बहुत ही स्वाद भरा होता है।
गाजर के हलवे को बहुत से अलग अलग नामों से भी पुकारा जाता है जैसे कि carrot ka halwa या फिर गजरेला।
आज आप इस पोस्ट के द्वारा गाजर के हलवे यानी की गजरेला के बारे में हर वह जानकारी प्राप्त कर पाएंगे जो भी आपके मन में है जैसे कि, गाजर का हलवा कहा कि रेसिपी है, गाजर के हलवे को बनाने के लिए कौन कौन से सामग्री क्या आवश्यकता होती है, गाजर के हलवे को बनाने की क्या विधि होती है।
गाजर का हलवा एक ऐसा मिष्ठान है जिसकों हर कोई खाना बहुत ही ज्यादा पसंद करता है, यह बहुत ही स्वाद से भरा होता है जिसकारण सभी लोग इसको मंगवाकर या फिर बनाकर खाना चाहते हैं।
कोई भी स्पेशल ओकेजन (विशेष अफसर) गाजर के हलवे के बिना संपूर्ण नहीं माना जाता, गाजर का हलवा एक ऐसी मिठाई (स्वीट) है जो कि आपको हर खुशनुमा त्योहार में शामिल होती दिख ही जाएगी।
कई लोग गाजर का हलवा बनाना नहीं जानते जिसकारण उनको बाहर किसी मिठाई की दुकान से गाजर का हलवा खरीदना पड़ता है परन्तु आज हम इस पोस्ट में आपको बहुत ही सरल तरीके से गाजर का यह स्वादिष्ट हलवा बनाना सिखाएंगे जिसकों आप फॉलो करके अपनी घर की किचन में भी बना सकते हैं।
जैसे कि आप सभी लोग गाजर के हलवे के नाम से ही जान चूके होंगे कि इसको बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण सामग्री गाजर है और गाजर के साथ साथ खोया और दूध भी इसको बनाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
ना तो सिर्फ ये खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदे कारक माना जाता है क्योंकि इसमें ज्यादातर सामग्री पौष्टिकता से भरपूर होती है जैसे की गाजर और दूध।
तो चलिए अब जानते हैं कि गाजर खाने के क्या फायदे होते है?
Contents
गाजर खाने के फायदे
- गाजर खाने से आँखों की रौशनी तेज होती है और जिनकी पहले से ही आँखों की कम रौशनी है या चश्मा लगा हुआ है उनके लिए भी गाजर खाना काफी फायदे कारक साबित हो सकती है।
- इसको खाने से कैंसर होने का रिस्क भी कम हो जाता है।
- आपके दिल के लिए अच्छी होती है।
- गाजर के अंदर विटामिन-C भरपूर मात्रा में पाया जाता है जोकि इम्यून सिस्टम को इन्फेक्शन से बचा के रखता है जिसकारण बच्चो की पाचन क्रिया तेज हो सकती है।
- विटामिन-C जैसे विटामिन-K भी गाजर में अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो कि बच्चों की और बड़ो की दोनों की ही हड्डियों को मजबूत बनाता है।
दूध के फायदे
दूध प्रोटीन का एक बहुत बड़ा स्रोत माना जाता है क्योंकि इसके अंदर बहुत ही जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं जैसे कि
- कैल्शियम
- फॉस्फोरस
- विटामिन बी
- विटामिन डी
- पोटैशियम
सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि दूध पीने से हमारी हड्डिया बहुत मजबूत हो जाती है जिसकारण बच्चे और बड़े हेल्दी और स्ट्रॉन्ग रहते हैं।
गाजर का हलवा बनाने की सामग्री
- गाजर
- दूध
- घी
- इलायची पाउडर
- खोया
- ड्राई फ्रूट (काजू, बदाम, किशमिश)
गाजर का हलवा बनाने की विधि
1- गैस के ऊपर एक दूध से भरा भगौना रखें और दूध को उबाल लें, उबलते हुए दूध में कसी हुई गाजर डाल लें, मंदी और मीडियम गैस पे दूध और गाजर का मिक्सचर पका लें।
2- उसके बाद मिक्सचर में चीनी, इलायची पाउडर अच्छे से धीमी आंच पर मिला लें।
3- एक फ्राई पैन लें और उसके अंदर ghee, ड्राई फ्रूट कटे हुए (काजू, बादाम) डालकर हल्के रोस्ट कर लें।
4- अगले भाग में अपने रोस्ट किए हुए ड्राई फ्रूट्स पहले से तैयार हलवे में मिला लें और ऊपर से खोया डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।
5- आखिरी स्टेप में सर्विंग प्लेट में हलवा परोसकर उसके ऊपर से खोया और ड्राई फ्रूट बिखेर दें और आपका स्वादिष्ट गाजर का हलवा तैयार है।
तो कुछ किसी प्रकार आप भी बहुत ही आसानी से अपने ही घर के किचन में यह स्वादिष्ट गाजर का हलवा तैयार करके खा सकते हैं और एन्जॉय कर सकते हैं।
गाजर का हलवा कब खाया जाता है?
वैसे तो गाजर का हलवा बहुत ही हल्का होता है और इसे दिन के किसी भी टाइम खा सकते हैं परन्तु लोग इसे ज्यादातर शुभ अफसरों में खाना पसंद करते हैं और यह गाजर का हलवा सर्दी के मौसम में सबसे ज्यादा बनाया जाने वाली मिठाई में से एक मानी जाती है क्योंकि यह शरीर को गर्म रखने के काम आती है।
गाजर का हलवा किसके साथ खाया जाता है?
क्योंकि गाजर का हलवा अपने आप में ही बहुत स्वादिष्ट होता है जिसकारण लोग इसे अकेला ही खाना पसंद करते हैं।
गाजर का हलवा कहा कि रेसिपी है?
गाजर का हलवा उत्तरी भारत से उत्पन्न हुई स्प्ब एक बहुत ही स्वादिष्ट रेसिपी है जो कि अब पूरे भारत देश में बनाई जाती है।