पुलाव और बिरयानी में क्या अंतर होता है? । Pulao Vs Biryani

पुलाव और बिरयानी में क्या अंतर होता है?, यह एक सबसे ज्यादा पूछे जाने वाला सवाल है।

जैसा कि आपने पहले भी सुना होगा की पहले अंडा आया या मुर्गी? वैसे ही अब ये सवाल बन चुका है कि पुलाव और बिरयानी में क्या अंतर होता है।

इस प्रश्न का आसान शब्दों में उत्तर देने के लिए आज का हम यह आर्टिकल आपके सामने प्रस्तुत करने जा रहे हैं।

यदि आप भी जानना चाहते हैं कि आखिर पुलाव और बिरयानी में क्या अंतर होता है, और कौन कौन से अंतर होते हैं? तो आजका यह आर्टिकल आखिर तक जरूर पढ़ें।

क्योंकि इसमें आपको सभी प्रश्नों के उत्तर मिलने वाले हैं।

पुलाव ओर बिरयानी में क्या अंतर है? । Difference between Pulao and Biryani | Pulao vs Biryani

तो चलिए अब बात कर ली जाए आज के आर्टिकल के सबसे ज़रूरी भाग की, पुलाव और बिरयानी में क्या अंतर होता है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि पुलाव और बिरयानी में तकरीबन पांच चीजों में अंतर होता है, जो की कुछ इस प्रकार है:- 

  1. दोनों को बनाने का तरीका
  2. चावल की परत
  3. मसाले
  4. बर्तनों का इस्तेमाल
  5. पकाने का तापमान

बिरयानी और पुलाव बनाने में ऊपर बतायी गयी पांचों चीजों में अंतर होता है, जानिए कैसे:-

1- दोनों को बनाने का तरीका

पुलाव और बिरयानी में सबसे बड़ा अंतर दोनों को बनाने के तरीके में होता है, यदि बात की जाए पुलाव को बनाने की तो उसको बनाने के लिए नापें हुए पानी का इस्तेमाल किया जाता है जिससे चावल और सब्जियों को पकाने की पूर्ति हो सके।

पुलाव को बनाते समय, चावल सभी पानी सोख ले लेते हैं, जिससे सब्जियों का फ्लेवर चावल के साथ अच्छे से मिक्स हो जाता है।

नॉन वेज पुलाव बनाते समय, शुरुआत से ही मीट और चावल एक साथ पकाए जाते हैं।

 और यदि बिरयानी को बनाने की बात की जाए तो, उसको बनाने के लिए बहुत अधिक मात्रा में पानी का इस्तेमाल किया जाता है ताकि चावल अच्छे से पक सकें और बिरयानी का स्वाद आ सके।

बिरयानी बनाने के लिए नमकीन पानी को उबाला जाता है और उसके बाद पहले से पानी से सोखे गए चावलों को नमकीन पानी में ऐड किया जाता है।

और एक बार चावल ओर पानी दोबारा से उबल जाने के बाद, सभी एक्स्ट्रा पानी को निकाल दिया जाता है और चावलों को सुखा कर बिरयानी तैयार की जाती है।

तो ये था पुलाव ओर बिरयानि में सबसे पहला अंतर।

2- चावल की परत

यदि आपने पहले कभी बिरयानी बनाई होगी तो आप जरूर जानते होंगे कि बिरयानी बनाने के लिए अलग अलग परत तैयार करनी होती है।

जबकि पुलाव बनाने के लिए कोई भी परत तैयार नहीं करनी होती।

बिरयानी बनाने के लिए सबसे पहले चावल की एक परत तैयार की जाती है उसके ऊपर (यदि आप नॉन वेज बिरयानी तैयार कर रहे हैं तो मीट की एक परत तैयार की जाती है), और फिर एक बार फिर से चावल की परत बिछाई जाती है, उसके बाद प्याज की फ्राइड प्लेयर, घी और धनिया के पत्ते के साथ बिरयानी की टॉपिंग करी जाती है।

दूसरे हाथ पे यदि पुलाव बनाने की बात की जाए तो पुलाव में ऐसा कुछ भी नहीं करना होता, पुलाव को बनाने के लिए चावल, सब्जियों और मसालों को एक साथ मिक्स किया जाता है और नपा तुला पानी इस्तेमाल करके उन्हें पकाया जाता है।

पुलाव को बनाने के लिए कोई भी परत तैयार करने की जरूरत नहीं होती।

3- मसाले

पुलाव और बिरयानी बनाने के लिए अलग अलग मसालों को अलग अलग मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है।

यदि पुलाव को बनाने की बात की जाए तो इसमें बिरयानी से कम और हल्के मसालों का प्रयोग किया जाता है।

और बिरयानी बनाने के लिए कम से कम 10 से अलग मसालों का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ब्रियानी का सारा स्वाद मसालों द्वारा आता है।

4- बर्तनों का इस्तेमाल

जो लोग अभी कुकिंग सीख ही रहे हैं अक्सर वह ये गलती कर देते हैं, हर एक डिश यानी रेसिपी को बनाने के लिए उसके अधीन बर्तन का ही इस्तेमाल करना चाहिए, हालांकि यह एक बहुत बड़ा अंतर नहीं है किंतु फिर भी ऐसा करने से रेसिपी और ज्यादा स्वादिष्ट तैयार हो सकती है।

ऐसा कहा जाता है कि पुलाव को बनाने के लिए पोट का इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि उसमें मौजूद सभी फ्लेवर पोट के बीचोबीच तेज तापमान से पके।

बिरयानी को बनाने के लिए एक चौड़े बर्तन का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि उसमें हमे अलग अलग प्रकार की परत तैयार करनी होती है।

क्योंकि बिरयानी के अंदर लम्बे चावल तैयार किए जाते हैं इसलिए भी चौड़े बर्तन का इस्तेमाल करना अच्छा होता है ताकि चावल अपनी पूरी लंबाई पकड़ सके।

5- पकाने का तापमान

बिरयानी को बनाने के लिए मंदी आंच पर धीरे धीरे पकाया जाता है और पुलाव को बनाने के लिए मध्यम से तेज आंच का इस्तेमाल किया जाता है।

ज्यादातर लोग, बिरयानी बनाते समय सही तापमान का इस्तेमाल नहीं करते जिससे उनकी बिरयानी खराब बन जाती है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि यदि आप एक स्वादिष्ट बिरयानी बनाना चाहते हैं तो उसे हमेशा मंदी आंच पर धीरे-धीरे पकाएं ताकि उसमें मौजूद सभी मसाले अपना फ्लेवर, चावल में दे सकें।

पुलाव को बनाने के लिए मध्यम से तेज आंच का इस्तेमाल किया जाता है जब तक उसमें मौजूद चावल सभी पानी सोख न लें।

क्या वेज बिरयानी, पुलाव होते हैं?

हम दावे के साथ कह सकते हैं कि अपने अपने दोस्तों या किसी और के मुँह से यह बात जरूर सुनी होगी कि “वेज बिरयानी तो एक तरह के पुलाव होते हैं”।

लेकिन जैसा कि हमने आपको पहले बताया कि वेज बिरयानी और वेज पुलाव में काफी चीजे का अंतर मौजूद होता है जिसकारण वेज बिरयानी और वेज पुलाव दोनों अलग-अलग डिश है।

तो यदि अगली बार आपको कोई यह बात बोले कि वेज बिरयानी तो एक तरह के पुलाव होते हैं, तब आप उन्हें ऊपर बताए गए अंतर बता सकते हैं।